Home » Articles » Shiv Ko Priya Nahi Jhoothe Logg
 

शिव को प्रिय नहीं झूठे लोग

 

झूठ बोलने वाले लोग भगवान शिव को प्रिय नहीं हैं। इसी कारण भोलेनाथ ने माता सती का त्याग कर दिया था। क्योंकि उन्होंने भगवान राम से माँ सीता रूप में मिलने के बाद भोलेनाथ से झूठ बोला था।

शिव महापुराण के अनुसार, जब माता सती और शिव अगस्त मुनि से कथा सुनकर कर लौट रहे थे। उसी दौरान भोलेनाथ ने देखा कि उनके आराध्यदेव भगवान राम अपनी अर्धांग्नी माता सीता के वियोग में भटक रहे हैं। उन्हें देखने के बाद शिव जी ने उन्हें प्रणाम किया, मगर माता सती के मन में राम की परीक्षा लेने का विचार आया।
 
भोलेनाथ से आग्रह कर वे प्रभु राम की परीक्षा लेने पहुंचीं। लेकिन सती माता को देखते ही भगवान राम ने उनको माता का संबोधन देते हुए कहा कि आप यहां, भगवान भोलेनाथ कहां हैं?
 
वहीं भगवान राम द्वारा पहचाने जाने और माता शब्द के संबोधन को छिपाते हुए देवी सती ने शिव जी से झूठ बोल दिया। सती ने शिव से कहा कि भगवान राम ने उन्हें नहीं पहचाना। मगर ध्यान करने पर जब शिव को पता चला कि राम ने उन्हें माता कह कर संबोधित किया है तो उन्होंने सती का त्याग कर दिया।
 
सती के त्याग का एक कारण यह भी रहा कि राम ने सती को माता कहा था, इसलिए उन्होंने अपने आराध्य देव की माता को पत्नी रूप से त्याग कर दिया।